Wednesday, December 15, 2010

संस्कार

        संस्कार
वो संस्कारी थे
संस्कृति के पुजारी थे
आजकल बुढ़ापा कैसे बिताते है
संस्कार चेनल देखते है
son s  कर में घूमते है
और son s कृति को  खिलाते है

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