Friday, May 20, 2011

गुस्सा

गुस्सा
====
पत्नी अपनी थी तनी,उसे मनाने यार
हमने उनसे कह दिया,गलती से एक बार
गलती से एक बार,लगे है हमको प्यारा
गुस्से में दूना निखरे है रूप तुम्हारा
कह तो दिया मगर अब घोटू कवी रोवे है
बात बात में वो जालिम गुस्सा होवे है

मदन मोहन बहेती 'घोटू'
 

No comments:

Post a Comment