Thursday, May 19, 2011

दूर के पर्वत

दूर के पर्वत
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दूर के पर्वत ,लगते है सुहावने
ये मुहावरा,सुना होगा आपने
मै भी यही मानता था अब तक
लेकिन तब तक,
मैंने नहीं घूमा था हिमांचल
नहीं गुजारे थे तेरे संग ,कुछ मीठे पल
पर लगता है अब
पास से और भी सुहावने  लगते है पर्वत

मदन मोहन बहेती 'घोटू;



 

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